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فَسُبْحٰنَ اللّٰهِ حِيْنَ تُمْسُوْنَ وَحِيْنَ تُصْبِحُوْنَ  ( الروم: ١٧ )

So glory be to
فَسُبْحَٰنَ
पस तस्बीह है
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह की
when
حِينَ
जब
you reach the evening
تُمْسُونَ
तुम शाम करते हो
and when
وَحِينَ
और जब
you reach the morning
تُصْبِحُونَ
तुम सुबह करते हो

Fasubhana Allahi heena tumsoona waheena tusbihoona (ar-Rūm 30:17)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अतः अब अल्लाह की तसबीह करो, जबकि तुम शाम करो और जब सुबह करो।

English Sahih:

So exalted is Allah when you reach the evening and when you reach the morning. ([30] Ar-Rum : 17)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर जिस वक्त तुम लोगों की शाम हो और जिस वक्त तुम्हारी सुबह हो ख़ुदा की पाकीज़गी ज़ाहिर करो