وَلَهُ الْحَمْدُ فِى السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِ وَعَشِيًّا وَّحِيْنَ تُظْهِرُوْنَ ( الروم: ١٨ )
And for Him
وَلَهُ
और उसी के लिए है
(are) all praises
ٱلْحَمْدُ
सब तारीफ़
in
فِى
आसमानों में
the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में
and the earth
وَٱلْأَرْضِ
और ज़मीन में
and (at) night
وَعَشِيًّا
और तीसरे पहर
and when
وَحِينَ
और जिस वक़्त
you are at noon
تُظْهِرُونَ
तुम ज़ोहर करते हो
Walahu alhamdu fee alssamawati waalardi wa'ashiyyan waheena tuthhiroona (ar-Rūm 30:18)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
- और उसी के लिए प्रशंसा है आकाशों और धरती में - और पिछले पहर और जब तुमपर दोपहर हो
English Sahih:
And to Him is [due all] praise throughout the heavens and the earth. And [exalted is He] at night and when you are at noon. ([30] Ar-Rum : 18)