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وَمِنْ اٰيٰتِهٖ خَلْقُ السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِ وَاخْتِلَافُ اَلْسِنَتِكُمْ وَاَلْوَانِكُمْۗ اِنَّ فِيْ ذٰلِكَ لَاٰيٰتٍ لِّلْعٰلِمِيْنَ   ( الروم: ٢٢ )

And among
وَمِنْ
और उसकी निशानियों में से हैं
His Signs
ءَايَٰتِهِۦ
और उसकी निशानियों में से हैं
(is the) creation
خَلْقُ
पैदाइश
(of) the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
and the earth
وَٱلْأَرْضِ
और ज़मीन की
and the diversity
وَٱخْتِلَٰفُ
और इख़्तिलाफ़
(of) your languages
أَلْسِنَتِكُمْ
तुम्हारी ज़बानों का
and your colors
وَأَلْوَٰنِكُمْۚ
और तुम्हारे रंगों का
Indeed
إِنَّ
बेशक
in
فِى
इस में
that
ذَٰلِكَ
इस में
surely (are) Signs
لَءَايَٰتٍ
अलबत्ता निशानियाँ हैं
for those of knowledge
لِّلْعَٰلِمِينَ
इल्म वालों के लिए

Wamin ayatihi khalqu alssamawati waalardi waikhtilafu alsinatikum waalwanikum inna fee thalika laayatin lil'alimeena (ar-Rūm 30:22)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और उसकी निशानियों में से आकाशों और धरती का सृजन और तुम्हारी भाषाओं और तुम्हारे रंगों की विविधता भी है। निस्संदेह इसमें ज्ञानवानों के लिए बहुत-सी निशानियाँ है

English Sahih:

And of His signs is the creation of the heavens and the earth and the diversity of your languages and your colors. Indeed in that are signs for those of knowledge. ([30] Ar-Rum : 22)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और उस (की कुदरत) की निशानियों में आसमानो और ज़मीन का पैदा करना और तुम्हारी ज़बानो और रंगतो का एख़तेलाफ भी है यकीनन इसमें वाक़िफकारों के लिए बहुत सी निशानियाँ हैं