وَمِنْ اٰيٰتِهٖٓ اَنْ تَقُوْمَ السَّمَاۤءُ وَالْاَرْضُ بِاَمْرِهٖۗ ثُمَّ اِذَا دَعَاكُمْ دَعْوَةًۖ مِّنَ الْاَرْضِ اِذَآ اَنْتُمْ تَخْرُجُوْنَ ( الروم: ٢٥ )
And among
وَمِنْ
और उसकी निशानियों में से है
His Signs
ءَايَٰتِهِۦٓ
और उसकी निशानियों में से है
(is) that
أَن
कि
stands
تَقُومَ
क़ायम हैं
the heavens
ٱلسَّمَآءُ
आसमान
and the earth
وَٱلْأَرْضُ
और ज़मीन
by His Command
بِأَمْرِهِۦۚ
उसके हुक्म से
Then
ثُمَّ
फिर
when
إِذَا
जब
He calls you
دَعَاكُمْ
वो पुकारेगा तुम्हें
(with) a call
دَعْوَةً
एक ही बार पुकारना
from
مِّنَ
ज़मीन से
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन से
behold!
إِذَآ
यकायक
You
أَنتُمْ
तुम
will come forth
تَخْرُجُونَ
तुम निकल आओगे
Wamin ayatihi an taqooma alssamao waalardu biamrihi thumma itha da'akum da'watan mina alardi itha antum takhrujoona (ar-Rūm 30:25)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और उसकी निशानियों में से यह भी है कि आकाश और धरती उसके आदेश से क़ायम है। फिर जब वह तुम्हे एक बार पुकारकर धरती में से बुलाएगा, तो क्या देखेंगे कि सहसा तुम निकल पड़े
English Sahih:
And of His signs is that the heaven and earth stand [i.e., remain] by His command. Then when He calls you with a [single] call from the earth, immediately you will come forth. ([30] Ar-Rum : 25)