فَاصْبِرْ اِنَّ وَعْدَ اللّٰهِ حَقٌّ وَّلَا يَسْتَخِفَّنَّكَ الَّذِيْنَ لَا يُوْقِنُوْنَ ࣖ ( الروم: ٦٠ )
So be patient
فَٱصْبِرْ
पस सब्र कीजिए
Indeed
إِنَّ
बेशक
(the) Promise
وَعْدَ
वादा
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह का
(is) true
حَقٌّۖ
सच्चा है
And (let) not
وَلَا
और हरगिज़ ना हल्का पाऐं आपको
take you in light estimation
يَسْتَخِفَّنَّكَ
और हरगिज़ ना हल्का पाऐं आपको
those who
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
(are) not
لَا
नहीं वो यक़ीन रखते
certain in faith
يُوقِنُونَ
नहीं वो यक़ीन रखते
Faisbir inna wa'da Allahi haqqun wala yastakhiffannaka allatheena la yooqinoona (ar-Rūm 30:60)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अतः धैर्य से काम लो निश्चय ही अल्लाह का वादा सच्चा है और जिन्हें विश्वास नहीं, वे तुम्हें कदापि हल्का न पाएँ
English Sahih:
So be patient. Indeed, the promise of Allah is truth. And let them not disquiet you who are not certain [in faith]. ([30] Ar-Rum : 60)