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اَمْ يَقُوْلُوْنَ افْتَرٰىهُ ۚ بَلْ هُوَ الْحَقُّ مِنْ رَّبِّكَ لِتُنْذِرَ قَوْمًا مَّآ اَتٰىهُمْ مِّنْ نَّذِيْرٍ مِّنْ قَبْلِكَ لَعَلَّهُمْ يَهْتَدُوْنَ  ( السجدة: ٣ )

Or
أَمْ
क्या
(do) they say
يَقُولُونَ
वो कहते हैं
"He invented it?"
ٱفْتَرَىٰهُۚ
उसने घड़ लिया उसे
Nay
بَلْ
बल्कि
it
هُوَ
वो
(is) the truth
ٱلْحَقُّ
हक़ है
from
مِن
आपके रब की तरफ़ से
your Lord
رَّبِّكَ
आपके रब की तरफ़ से
that you may warn
لِتُنذِرَ
ताकि आप डराऐं
a people
قَوْمًا
उस क़ौम को
not
مَّآ
नहीं
has come to them
أَتَىٰهُم
आया उनके पास
any
مِّن
कोई डराने वाला
warner
نَّذِيرٍ
कोई डराने वाला
before you
مِّن
आप से पहले
before you
قَبْلِكَ
आप से पहले
so that they may
لَعَلَّهُمْ
ताकि वो
be guided
يَهْتَدُونَ
वो हिदायत पा जाऐं

Am yaqooloona iftarahu bal huwa alhaqqu min rabbika litunthira qawman ma atahum min natheerin min qablika la'allahum yahtadoona (as-Sajdah 32:3)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

(क्या वे इसपर विश्वास नहीं रखते) या वे कहते है कि 'इस व्यक्ति ने इसे स्वयं ही घड़ लिया है?' नहीं, बल्कि वह सत्य है तेरे रब की ओर से, ताकि तू उन लोगों को सावधान कर दे जिनके पास तुझसे पहले कोई सावधान करनेवाला नहीं आया। कदाचित वे मार्ग पाएँ

English Sahih:

Or do they say, "He invented it"? Rather, it is the truth from your Lord, [O Muhammad], that you may warn a people to whom no warner has come before you [so] perhaps they will be guided. ([32] As-Sajdah : 3)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

क्या ये लोग (ये कहते हैं कि इसको इस शख्स (रसूल) ने अपनी जी से गढ़ लिया है नहीं ये बिल्कुल तुम्हारे परवरदिगार की तरफ से बरहक़ है ताकि तुम उन लोगों को (ख़ुदा के अज़ाब से) डराओ जिनके पास तुमसे पहले कोई डराने वाला आया ही नहीं ताकि ये लोग राह पर आएँ