وَالَّذِيْنَ يَسْعَوْنَ فِيْٓ اٰيٰتِنَا مُعٰجِزِيْنَ اُولٰۤىِٕكَ فِى الْعَذَابِ مُحْضَرُوْنَ ( سبإ: ٣٨ )
And those who
وَٱلَّذِينَ
और वो जो
strive
يَسْعَوْنَ
कोशिश करते हैं
against
فِىٓ
हमारी आयात में
Our Verses
ءَايَٰتِنَا
हमारी आयात में
(to) cause failure
مُعَٰجِزِينَ
इस हाल में कि आजिज़ करने वाले हैं
those
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
into
فِى
अज़ाब में
the punishment
ٱلْعَذَابِ
अज़ाब में
(will be) brought
مُحْضَرُونَ
हाज़िर किए गए
Waallatheena yas'awna fee ayatina mu'ajizeena olaika fee al'athabi muhdaroona (Sabaʾ 34:38)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
रहे वे लोग जो हमारी आयतों को मात करने के लिए प्रयासरत है, वे लाकर यातनाग्रस्त किए जाएँगे
English Sahih:
And the ones who strive against Our verses to cause [them] failure – those will be brought into the punishment [to remain]. ([34] Saba : 38)