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قَالُوْا سُبْحٰنَكَ اَنْتَ وَلِيُّنَا مِنْ دُوْنِهِمْ ۚبَلْ كَانُوْا يَعْبُدُوْنَ الْجِنَّ اَكْثَرُهُمْ بِهِمْ مُّؤْمِنُوْنَ   ( سبإ: ٤١ )

They will say
قَالُوا۟
वो कहेंगे
"Glory be to You
سُبْحَٰنَكَ
पाक है तू
You
أَنتَ
तू ही
(are) our Protector
وَلِيُّنَا
दोस्त है हमारा
not them
مِن
उनके सिवा
not them
دُونِهِمۖ
उनके सिवा
Nay
بَلْ
बल्कि
they used
كَانُوا۟
थे वो
(to) worship
يَعْبُدُونَ
वो ईबादत करते
the jinn
ٱلْجِنَّۖ
जिन्नों कि
most of them
أَكْثَرُهُم
अक्सर उनके
in them
بِهِم
उन्हीं पर
(were) believers"
مُّؤْمِنُونَ
ईमान लाने वाले थे

Qaloo subhanaka anta waliyyuna min doonihim bal kanoo ya'budoona aljinna aktharuhum bihim muminoona (Sabaʾ 34:41)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे कहेंगे, 'महान है तू, हमारा निकटता का मधुर सम्बन्ध तो तुझी से है, उनसे नहीं; बल्कि बात यह है कि वे जिन्नों को पूजते थे। उनमें से अधिकतर उन्हीं पर ईमान रखते थे।'

English Sahih:

They will say, "Exalted are You! You, [O Allah], are our benefactor excluding [i.e., not] them. Rather, they used to worship the jinn; most of them were believers in them." ([34] Saba : 41)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तू ही हमारा मालिक है न ये लोग (ये लोग हमारी नहीं) बल्कि जिन्नात (खबाएस भूत-परेत) की परसतिश करते थे कि उनमें के अक्सर लोग उन्हीं पर ईमान रखते थे