اِنَّآ اَرْسَلْنٰكَ بِالْحَقِّ بَشِيْرًا وَّنَذِيْرًا ۗوَاِنْ مِّنْ اُمَّةٍ اِلَّا خَلَا فِيْهَا نَذِيْرٌ ( فاطر: ٢٤ )
Indeed We
إِنَّآ
बेशक हम
[We] have sent you
أَرْسَلْنَٰكَ
भेजा हमने आपको
with the truth
بِٱلْحَقِّ
साथ हक़ के
(as) a bearer of glad tidings
بَشِيرًا
ख़ुशख़बरी देने वाला
and (as) a warner
وَنَذِيرًاۚ
और डराने वाला(बना कर)
And not
وَإِن
और नहीं
(was) any
مِّنْ
कोई भी उम्मत
nation
أُمَّةٍ
कोई भी उम्मत
but
إِلَّا
मगर
had passed
خَلَا
गुज़रा है
within it
فِيهَا
उसमें
a warner
نَذِيرٌ
एक डराने वाला
Inna arsalnaka bialhaqqi basheeran wanatheeran wain min ommatin illa khala feeha natheerun (Fāṭir 35:24)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
हमने तुम्हें सत्य के साथ भेजा है, शुभ-सूचना देनेवाला और सचेतकर्ता बनाकर। और जो भी समुदाय गुज़रा है, उसमें अनिवार्यतः एक सचेतकर्ता हुआ है
English Sahih:
Indeed, We have sent you with the truth as a bringer of good tidings and a warner. And there was no nation but that there had passed within it a warner. ([35] Fatir : 24)