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وَاِنْ يُّكَذِّبُوْكَ فَقَدْ كَذَّبَ الَّذِيْنَ مِنْ قَبْلِهِمْ ۚجَاۤءَتْهُمْ رُسُلُهُمْ بِالْبَيِّنٰتِ وَبِالزُّبُرِ وَبِالْكِتٰبِ الْمُنِيْرِ   ( فاطر: ٢٥ )

And if
وَإِن
और अगर
they deny you
يُكَذِّبُوكَ
वो झुठलाते हैं आपको
then certainly
فَقَدْ
तो तहक़ीक़
denied
كَذَّبَ
झुठलाया
those who
ٱلَّذِينَ
उन लोगों ने जो
(were) before them
مِن
उनसे पहले थे
(were) before them
قَبْلِهِمْ
उनसे पहले थे
Came to them
جَآءَتْهُمْ
आए उनके पास
their Messengers
رُسُلُهُم
रसूल उनके
with clear signs
بِٱلْبَيِّنَٰتِ
साथ वाज़ेह निशानियों के
and with Scriptures
وَبِٱلزُّبُرِ
और साथ सहीफ़ों के
and with the Book
وَبِٱلْكِتَٰبِ
और साथ किताबे
[the] enlightening
ٱلْمُنِيرِ
रौशन के

Wain yukaththibooka faqad kaththaba allatheena min qablihim jaathum rusuluhum bialbayyinati wabialzzuburi wabialkitabi almuneeri (Fāṭir 35:25)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यदि वे तुम्हें झुठलाते है तो जो उनसे पहले थे वे भी झुठला चुके है। उनके रसूल उनके पास स्पष्ट और ज़बूरें और प्रकाशमान किताब लेकर आए थे

English Sahih:

And if they deny you – then already have those before them denied. Their messengers came to them with clear proofs and written ordinances and with the enlightening Scripture. ([35] Fatir : 25)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐसी नहीं गुज़री कि उसके पास (हमारा) डराने वाला पैग़म्बर न आया हो और अगर ये लोग तुम्हें झुठलाएँ तो कुछ परवाह नहीं करो क्योंकि इनके अगलों ने भी (अपने पैग़म्बरों को) झुठलाया है (हालाँकि) उनके पास उनके पैग़म्बर वाज़ेए व रौशन मौजिजे अौर सहीफ़े और रौशन किताब लेकर आए थे