وَاِنْ يُّكَذِّبُوْكَ فَقَدْ كُذِّبَتْ رُسُلٌ مِّنْ قَبْلِكَۗ وَاِلَى اللّٰهِ تُرْجَعُ الْاُمُوْرُ ( فاطر: ٤ )
And if
وَإِن
और अगर
they deny you
يُكَذِّبُوكَ
वो झुठलाते हैं आपको
then certainly
فَقَدْ
तो तहक़ीक़
were denied
كُذِّبَتْ
झुठलाए गए
Messengers
رُسُلٌ
कई रसूल
before you
مِّن
आपसे पहले
before you
قَبْلِكَۚ
आपसे पहले
And to
وَإِلَى
और तरफ़ अल्लाह ही के
Allah
ٱللَّهِ
और तरफ़ अल्लाह ही के
return
تُرْجَعُ
लौटाए जाते हैं
the matters
ٱلْأُمُورُ
सब काम
Wain yukaththibooka faqad kuththibat rusulun min qablika waila Allahi turja'u alomooru (Fāṭir 35:4)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और यदि वे तुम्हें झुठलाते तो तुमसे पहले भी कितने ही रसूल झुठलाए जा चुके है। सारे मामले अल्लाह ही की ओर पलटते हैं
English Sahih:
And if they deny you, [O Muhammad] – already were messengers denied before you. And to Allah are returned [all] matters. ([35] Fatir : 4)