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قَالُوْٓا اِنَّا تَطَيَّرْنَا بِكُمْۚ لَىِٕنْ لَّمْ تَنْتَهُوْا لَنَرْجُمَنَّكُمْ وَلَيَمَسَّنَّكُمْ مِّنَّا عَذَابٌ اَلِيْمٌ   ( يس: ١٨ )

They said
قَالُوٓا۟
उन्होंने कहा
"Indeed we
إِنَّا
बेशक हम
[we] see an evil omen
تَطَيَّرْنَا
मनहूस समझा है हमने
from you
بِكُمْۖ
तुम्हें
If
لَئِن
अलबत्ता अगर
not
لَّمْ
ना
you desist
تَنتَهُوا۟
तुम बाज़ आए
surely we will stone you
لَنَرْجُمَنَّكُمْ
अलबत्ता हम ज़रूर संगसार कर देंगे तुम्हें
and surely will touch you
وَلَيَمَسَّنَّكُم
और अलबत्ता ज़रूर छुएगा तुम्हें
from us
مِّنَّا
हमारी तरफ़ से
a punishment
عَذَابٌ
अज़ाब
painful"
أَلِيمٌ
दर्दनाक

Qaloo inna tatayyarna bikum lain lam tantahoo lanarjumannakum walayamassannakum minna 'athabun aleemun (Yāʾ Sīn 36:18)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे बोले, 'हम तो तुम्हें अपशकुन समझते है, यदि तुम बाज न आए तो हम तुम्हें पथराव करके मार डालेंगे और तुम्हें अवश्य हमारी ओर से दुखद यातना पहुँचेगी।'

English Sahih:

They said, "Indeed, we consider you a bad omen. If you do not desist, we will surely stone you, and there will surely touch you, from us, a painful punishment." ([36] Ya-Sin : 18)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

वह बोले हमने तुम लोगों को बहुत नहस क़दम पाया कि (तुम्हारे आते ही क़हत में मुबतेला हुए) तो अगर तुम (अपनी बातों से) बाज़ न आओगे तो हम लोग तुम्हें ज़रूर संगसार कर देगें और तुमको यक़ीनी हमारा दर्दनाक अज़ाब पहुँचेगा