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فَغَفَرْنَا لَهٗ ذٰلِكَۗ وَاِنَّ لَهٗ عِنْدَنَا لَزُلْفٰى وَحُسْنَ مَاٰبٍ  ( ص: ٢٥ )

So We forgave
فَغَفَرْنَا
पस बख़्श दिया हमने
for him
لَهُۥ
उसे
that
ذَٰلِكَۖ
उसमें
And indeed
وَإِنَّ
और बेशक
for him
لَهُۥ
उसके लिए
with Us
عِندَنَا
हमारे यहाँ
surely is a near access
لَزُلْفَىٰ
अलबत्ता तक़र्रुब है
and a good
وَحُسْنَ
और बेहतर
place of return
مَـَٔابٍ
ठिकाना है

Faghafarna lahu thalika wainna lahu 'indana lazulfa wahusna maabin (Ṣād 38:25)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तो हमने उसका वह क़सूर माफ़ कर दिया। और निश्चय ही हमारे यहाँ उसके लिए अनिवार्यतः सामीप्य और उत्तम ठिकाना है

English Sahih:

So We forgave him that; and indeed, for him is nearness to Us and a good place of return. ([38] Sad : 25)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो हमने उनकी वह ग़लती माफ कर दी और इसमें शक नहीं कि हमारी बारगाह में उनका तक़र्रुब और अन्जाम अच्छा हुआ