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وَانْطَلَقَ الْمَلَاُ مِنْهُمْ اَنِ امْشُوْا وَاصْبِرُوْا عَلٰٓى اٰلِهَتِكُمْ ۖاِنَّ هٰذَا لَشَيْءٌ يُّرَادُ ۖ  ( ص: ٦ )

And went forth
وَٱنطَلَقَ
और चल दिए
the chiefs
ٱلْمَلَأُ
सरदार
among them
مِنْهُمْ
उनमें से
that
أَنِ
कि
"Continue
ٱمْشُوا۟
चलो
and be patient
وَٱصْبِرُوا۟
और जमे रहो
over
عَلَىٰٓ
अपने इलाहों पर
your gods
ءَالِهَتِكُمْۖ
अपने इलाहों पर
Indeed
إِنَّ
बेशक
this
هَٰذَا
ये
(is) certainly a thing
لَشَىْءٌ
अलबत्ता एक चीज़ है
intended
يُرَادُ
जो इरादा की जारही है

Waintalaqa almalao minhum ani imshoo waisbiroo 'ala alihatikum inna hatha lashayon yuradu (Ṣād 38:6)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और उनके सरदार (यह कहते हुए) चल खड़े हुए कि 'चलते रहो और अपने उपास्यों पर जमें रहो। निस्संदेह यह वांछिच चीज़ है

English Sahih:

And the eminent among them went forth, [saying], "Continue, and be patient over [the defense of] your gods. Indeed, this is a thing intended. ([38] Sad : 6)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और उनमें से चन्द रवादार लोग (मजलिस व अज़ा से) ये (कह कर) चल खड़े हुए कि (यहाँ से) चल दो और अपने माबूदों की इबादत पर जमे रहो यक़ीनन इसमें (उसकी) कुछ ज़ाती ग़रज़ है