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فَاعْبُدُوْا مَا شِئْتُمْ مِّنْ دُوْنِهٖۗ قُلْ اِنَّ الْخٰسِرِيْنَ الَّذِيْنَ خَسِرُوْٓا اَنْفُسَهُمْ وَاَهْلِيْهِمْ يَوْمَ الْقِيٰمَةِۗ اَلَا ذٰلِكَ هُوَ الْخُسْرَانُ الْمُبِيْنُ  ( الزمر: ١٥ )

So worship
فَٱعْبُدُوا۟
पस तुम इबादत करो
what
مَا
जिसकी
you will
شِئْتُم
चाहो तुम
besides Him"
مِّن
उसके सिवा
besides Him"
دُونِهِۦۗ
उसके सिवा
Say
قُلْ
कह दीजिए
"Indeed
إِنَّ
बेशक
the losers
ٱلْخَٰسِرِينَ
ख़सारा पाने वाले
(are) those who
ٱلَّذِينَ
वो हैं जिन्होंने
(will) lose
خَسِرُوٓا۟
ख़सारे में डाला
themselves
أَنفُسَهُمْ
अपने आपको
and their families
وَأَهْلِيهِمْ
और अपने घरवालों को
(on the) Day
يَوْمَ
दिन
(of) the Resurrection
ٱلْقِيَٰمَةِۗ
क़यामत के
Unquestionably
أَلَا
ख़बरदार
that
ذَٰلِكَ
यही है
it
هُوَ
वो
(is) the loss
ٱلْخُسْرَانُ
ख़सारा
the clear"
ٱلْمُبِينُ
खुल्लम-खुल्ला

Fao'budoo ma shitum min doonihi qul inna alkhasireena allatheena khasiroo anfusahum waahleehim yawma alqiyamati ala thalika huwa alkhusranu almubeenu (az-Zumar 39:15)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अब तुम उससे हटकर जिसकी चाहो बन्दगी करो।' कह दो, 'वास्तव में घाटे में पड़नेवाले तो वही है, जिन्होंने अपने आपको और अपने लोगों को क़ियामत के दिन घाटे में डाल दिया। जान रखो, यही खुला घाटा है

English Sahih:

So worship what you will besides Him." Say, "Indeed, the losers are the ones who will lose themselves and their families on the Day of Resurrection. Unquestionably, that is the manifest loss." ([39] Az-Zumar : 15)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल) तुम कह दो कि फिल हक़ीक़त घाटे में वही लोग हैं जिन्होंने अपना और अपने लड़के वालों का क़यामत के दिन घाटा किया आगाह रहो कि सरीही (खुल्लम खुल्ला) घाटा यही है कि उनके लिए उनके ऊपर से आग ही के ओढ़ने होगें