وَيُنَجِّى اللّٰهُ الَّذِيْنَ اتَّقَوْا بِمَفَازَتِهِمْۖ لَا يَمَسُّهُمُ السُّوْۤءُ وَلَا هُمْ يَحْزَنُوْنَ ( الزمر: ٦١ )
And Allah will deliver
وَيُنَجِّى
और निजात देगा
And Allah will deliver
ٱللَّهُ
अल्लाह
those who
ٱلَّذِينَ
उनको जिन्होंने
feared (Him)
ٱتَّقَوْا۟
तक़्वा किया
to their place of salvation
بِمَفَازَتِهِمْ
बवजह उनकी कामयाबी के
not
لَا
नहीं पहुँचेगी उन्हें
will touch them
يَمَسُّهُمُ
नहीं पहुँचेगी उन्हें
the evil
ٱلسُّوٓءُ
कोई बुराई
and not
وَلَا
और ना
they
هُمْ
वो
will grieve
يَحْزَنُونَ
वो ग़मगीन होंगे
Wayunajjee Allahu allatheena ittaqaw bimafazatihim la yamassuhumu alssooo wala hum yahzanoona (az-Zumar 39:61)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
इसके विपरीत अल्लाह उन लोगों को जिन्होंने डर रखा उन्हें उनकी सफलता के साथ मुक्ति प्रदान करेगा। न तो उन्हें कोई अनिष्ट् छू सकेगा और न वे शोकाकुल होंगे
English Sahih:
And Allah will save those who feared Him by their attainment; no evil will touch them, nor will they grieve. ([39] Az-Zumar : 61)