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اِنَّ الَّذِيْنَ كَفَرُوْا وَصَدُّوْا عَنْ سَبِيْلِ اللّٰهِ قَدْ ضَلُّوْا ضَلٰلًا ۢ بَعِيْدًا  ( النساء: ١٦٧ )

Indeed
إِنَّ
बेशक
those who
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
disbelieve
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
and hinder
وَصَدُّوا۟
और उन्होंने रोका
from
عَن
अल्लाह के रास्ते से
(the) way
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते से
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के रास्ते से
surely
قَدْ
तहक़ीक़
they have strayed
ضَلُّوا۟
वो गुमराह हो गए
straying
ضَلَٰلًۢا
गुमराह होना
far away
بَعِيدًا
दूर का

Inna allatheena kafaroo wasaddoo 'an sabeeli Allahi qad dalloo dalalan ba'eedan (an-Nisāʾ 4:167)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

निश्चय ही, जिन लोगों ने इनकार किया और अल्लाह के मार्ग से रोका, वे भटककर बहुत दूर जा पड़े

English Sahih:

Indeed, those who disbelieve and avert [people] from the way of Allah have certainly gone far astray. ([4] An-Nisa : 167)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

बेशक जिन लोगों ने कुफ़्र इख्तेयार किया और ख़ुदा की राह से (लोगों) को रोका वह राहे रास्त से भटक के बहुत दूर जा पडे