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اَللّٰهُ الَّذِيْ جَعَلَ لَكُمُ الَّيْلَ لِتَسْكُنُوْا فِيْهِ وَالنَّهَارَ مُبْصِرًا ۗاِنَّ اللّٰهَ لَذُوْ فَضْلٍ عَلَى النَّاسِ وَلٰكِنَّ اَكْثَرَ النَّاسِ لَا يَشْكُرُوْنَ  ( غافر: ٦١ )

Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
(is) the One Who
ٱلَّذِى
वो है जिसने
made
جَعَلَ
बनाया
for you
لَكُمُ
तुम्हारे लिए
the night
ٱلَّيْلَ
रात को
that you may rest
لِتَسْكُنُوا۟
ताकि तुम सुकून पाओ
in it
فِيهِ
उसमें
and the day
وَٱلنَّهَارَ
और दिन को
giving visibility
مُبْصِرًاۚ
रौशन
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) Full (of) Bounty
لَذُو
अलबत्ता फ़ज़ल वाला है
(is) Full (of) Bounty
فَضْلٍ
अलबत्ता फ़ज़ल वाला है
to
عَلَى
लोगों पर
the people
ٱلنَّاسِ
लोगों पर
but
وَلَٰكِنَّ
और लेकिन
most
أَكْثَرَ
अक्सर
(of) the people
ٱلنَّاسِ
लोग
(do) not
لَا
नहीं वो शुक्र करते
give thanks
يَشْكُرُونَ
नहीं वो शुक्र करते

Allahu allathee ja'ala lakumu allayla litaskunoo feehi waalnnahara mubsiran inna Allaha lathoo fadlin 'ala alnnasi walakinna akthara alnnasi la yashkuroona (Ghāfir 40:61)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अल्लाह ही है जिसने तुम्हारे लिए रात (अंधकारमय) बनाई, तुम उसमें शान्ति प्राप्त करो औऱ दिन को प्रकाशमान बनाया (ताकि उसमें दौड़-धूप करो) । निस्संदेह अल्लाह लोगों के लिए बड़ा उदार अनुग्रहवाला हैं, किन्तु अधिकतर लोग कृतज्ञता नहीं दिखाते

English Sahih:

It is Allah who made for you the night that you may rest therein and the day giving sight. Indeed, Allah is the possessor of bounty for the people, but most of them are not grateful. ([40] Ghafir : 61)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ख़ुदा ही तो है जिसने तुम्हारे वास्ते रात बनाई ताकि तुम उसमें आराम करो और दिन को रौशन (बनाया) तकि काम करो बेशक ख़ुदा लोगों परा बड़ा फज़ल व करम वाला है, मगर अक्सर लोग उसका शुक्र नहीं अदा करते