Skip to main content

رَحْمَةً مِّنْ رَّبِّكَ ۗاِنَّهٗ هُوَ السَّمِيْعُ الْعَلِيْمُۗ   ( الدخان: ٦ )

As Mercy
رَحْمَةً
बतौर रहमत
from
مِّن
आपके रब की तरफ़ से
your Lord
رَّبِّكَۚ
आपके रब की तरफ़ से
Indeed He
إِنَّهُۥ
बेशक
[He]
هُوَ
वो ही है
(is) the All-Hearer
ٱلسَّمِيعُ
ख़ूब सुनने वाला
the All-Knower
ٱلْعَلِيمُ
ख़ूब इल्म वाला

Rahmatan min rabbika innahu huwa alssamee'u al'aleemu (ad-Dukhān 44:6)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तुम्हारे रब की दयालुता के कारण। निस्संदेह वही सब कुछ सुननेवाला, जाननेवाला है

English Sahih:

As mercy from your Lord. Indeed, He is the Hearing, the Knowing, ([44] Ad-Dukhan : 6)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ये तुम्हारे परवरदिगार की मेहरबानी है, वह बेशक बड़ा सुनने वाला वाक़िफ़कार है