وَّاَصْحٰبُ الْاَيْكَةِ وَقَوْمُ تُبَّعٍۗ كُلٌّ كَذَّبَ الرُّسُلَ فَحَقَّ وَعِيْدِ ( ق: ١٤ )
And (the) companions
وَأَصْحَٰبُ
और असहाबे ऐका(जंगल वालों)
(of) the wood
ٱلْأَيْكَةِ
और असहाबे ऐका(जंगल वालों)
and (the) people
وَقَوْمُ
और क़ौमे तुब्बअ ने
(of) Tubba
تُبَّعٍۚ
और क़ौमे तुब्बअ ने
All
كُلٌّ
सब ने
denied
كَذَّبَ
झुठलाया
the Messengers
ٱلرُّسُلَ
रसूलों को
so was fulfilled
فَحَقَّ
तो साबित हो गई
My Threat
وَعِيدِ
वईद मेरी
Waashabu alaykati waqawmu tubba'in kullun kaththaba alrrusula fahaqqa wa'eedi (Q̈āf 50:14)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
'अल-ऐका' वाले और तुब्बा के लोग भी झुठला चुके है। प्रत्येक ने रसूलों को झुठलाया। अन्ततः मेरी धमकी सत्यापित होकर रही
English Sahih:
And the companions of the thicket and the people of Tubba. All denied the messengers, so My threat was justly fulfilled. ([50] Qaf : 14)