فَاَعْرِضْ عَنْ مَّنْ تَوَلّٰىۙ عَنْ ذِكْرِنَا وَلَمْ يُرِدْ اِلَّا الْحَيٰوةَ الدُّنْيَاۗ ( النجم: ٢٩ )
So turn away
فَأَعْرِضْ
तो ऐराज़ कीजिए
from
عَن
उससे
(him) who
مَّن
जो
turns away
تَوَلَّىٰ
मुँह मोड़े
from
عَن
हमारे ज़िक्र से
Our Reminder
ذِكْرِنَا
हमारे ज़िक्र से
and not
وَلَمْ
और ना
he desires
يُرِدْ
वो चाहे
except
إِلَّا
मगर
the life
ٱلْحَيَوٰةَ
ज़िन्दगी
(of) the world
ٱلدُّنْيَا
दुनिया की
Faa'rid 'an man tawalla 'an thikrina walam yurid illa alhayata alddunya (an-Najm 53:29)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अतः तुम उसको ध्यान में न लाओ जो हमारे ज़िक्र से मुँह मोड़ता है और सांसारिक जीवन के सिवा उसने कुछ नहीं चाहा
English Sahih:
So turn away from whoever turns his back on Our message and desires not except the worldly life. ([53] An-Najm : 29)