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كَذَّبَتْ عَادٌ فَكَيْفَ كَانَ عَذَابِيْ وَنُذُرِ   ( القمر: ١٨ )

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كَذَّبَتْ
झुठलाया
Aad;
عَادٌ
आद ने
so how
فَكَيْفَ
तो कैसा
was
كَانَ
था
My punishment
عَذَابِى
अज़ाब मेरा
and My warnings?
وَنُذُرِ
और डराना मेरा

Kaththabat 'adun fakayfa kana 'athabee wanuthuri (al-Q̈amar 54:18)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

आद ने भी झुठलाया, फिर कैसी रही मेरी यातना और मेरा डराना?

English Sahih:

Aad denied; and how [severe] were My punishment and warning. ([54] Al-Qamar : 18)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

आद (की क़ौम ने) (अपने पैग़म्बर) को झुठलाया तो (उनका) मेरा अज़ाब और डराना कैसा था,