وَجَعَلُوْا لِلّٰهِ شُرَكَاۤءَ الْجِنَّ وَخَلَقَهُمْ وَخَرَقُوْا لَهٗ بَنِيْنَ وَبَنٰتٍۢ بِغَيْرِ عِلْمٍۗ سُبْحٰنَهٗ وَتَعٰلٰى عَمَّا يَصِفُوْنَ ࣖ ( الأنعام: ١٠٠ )
And they make
وَجَعَلُوا۟
और उन्होंने बना लिया
with Allah
لِلَّهِ
अल्लाह के लिए
partners -
شُرَكَآءَ
शरीक
jinn
ٱلْجِنَّ
जिन्नों को
though He has created them
وَخَلَقَهُمْۖ
हालाँकि उसने पैदा किया उन्हें
and they falsely attribute
وَخَرَقُوا۟
और उन्होंने गढ़ लिए
to Him
لَهُۥ
उसके लिए
sons
بَنِينَ
बेटे
and daughters
وَبَنَٰتٍۭ
और बेटियाँ
without
بِغَيْرِ
बग़ैर
knowledge
عِلْمٍۚ
इल्म के
Glorified is He
سُبْحَٰنَهُۥ
पाक है वो
and Exalted
وَتَعَٰلَىٰ
और बुलन्दतर है
above what
عَمَّا
उससे जो
they attribute
يَصِفُونَ
वो वस्फ़ बयान करते हैं
Waja'aloo lillahi shurakaa aljinna wakhalaqahum wakharaqoo lahu baneena wabanatin bighayri 'ilmin subhanahu wata'ala 'amma yasifoona (al-ʾAnʿām 6:100)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और लोगों ने जिन्नों को अल्लाह का साझी ठहरा रखा है; हालाँकि उन्हें उसी ने पैदा किया है। और बेजाने-बूझे उनके लिए बेटे और बेटियाँ घड़ ली है। यह उसकी महिमा के प्रतिकूल है! यह उन बातों से उच्च है, जो वे बयान करते है!
English Sahih:
But they have attributed to Allah partners – the jinn, while He has created them – and have fabricated for Him sons and daughters without knowledge. Exalted is He and high above what they describe. ([6] Al-An'am : 100)