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وَكَذٰلِكَ جَعَلْنَا فِيْ كُلِّ قَرْيَةٍ اَكٰبِرَ مُجْرِمِيْهَا لِيَمْكُرُوْا فِيْهَاۗ وَمَا يَمْكُرُوْنَ اِلَّا بِاَنْفُسِهِمْ وَمَا يَشْعُرُوْنَ   ( الأنعام: ١٢٣ )

And thus
وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
We placed
جَعَلْنَا
बना दिया हमने
in
فِى
हर बस्ती में
every
كُلِّ
हर बस्ती में
city
قَرْيَةٍ
हर बस्ती में
greatest
أَكَٰبِرَ
बड़ों को
(of) its criminals
مُجْرِمِيهَا
मुजरिम उसके
so that they plot
لِيَمْكُرُوا۟
ताकि वो मकर करें
therein
فِيهَاۖ
उसमें
And not
وَمَا
और नहीं
they plot
يَمْكُرُونَ
वो मकर करते
except
إِلَّا
मगर
against themselves
بِأَنفُسِهِمْ
अपने नफ़्सों से
and not
وَمَا
और नहीं
they perceive
يَشْعُرُونَ
वो शऊर रखते

Wakathalika ja'alna fee kulli qaryatin akabira mujrimeeha liyamkuroo feeha wama yamkuroona illa bianfusihim wama yash'uroona (al-ʾAnʿām 6:123)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और इसी प्रकार हमने प्रत्येक बस्ती में उसके बड़े-बड़े अपराधियों को लगा दिया है कि ले वहाँ चालें चले। वे अपने ही विरुद्ध चालें चलते है, किन्तु उन्हें इसका एहसास नहीं

English Sahih:

And thus We have placed within every city the greatest of its criminals to conspire therein. But they conspire not except against themselves, and they perceive [it] not. ([6] Al-An'am : 123)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(कि भला ही भला नज़र आता है) और जिस तरह मक्के में है उसी तरह हमने हर बस्ती में उनके कुसूरवारों को सरदार बनाया ताकि उनमें मक्कारी किया करें और वह लोग जो कुछ करते हैं अपने ही हक़ में (बुरा) करते हैं और समझते (तक) नहीं