وَمِنَ الْاَنْعَامِ حَمُوْلَةً وَّفَرْشًا ۗ كُلُوْا مِمَّا رَزَقَكُمُ اللّٰهُ وَلَا تَتَّبِعُوْا خُطُوٰتِ الشَّيْطٰنِۗ اِنَّهٗ لَكُمْ عَدُوٌّ مُّبِيْنٌۙ ( الأنعام: ١٤٢ )
And of
وَمِنَ
और मवेशियों में से हैं
the cattle
ٱلْأَنْعَٰمِ
और मवेशियों में से हैं
(are some for) burden
حَمُولَةً
कुछ बोझ उठाने वाले
and (some for) meat
وَفَرْشًاۚ
और कुछ ज़मीन से लगे हुए
Eat
كُلُوا۟
खाओ
of what
مِمَّا
उसमें से जो
(has been) provided (to) you
رَزَقَكُمُ
रिज़्क़ दिया तुम्हें
(by) Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
and (do) not
وَلَا
और ना
follow
تَتَّبِعُوا۟
तुम पैरवी करो
(the) footsteps
خُطُوَٰتِ
क़दमों की
(of) Shaitaan
ٱلشَّيْطَٰنِۚ
शैतान के
Indeed, he
إِنَّهُۥ
बेशक वो
(is) to you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
an enemy
عَدُوٌّ
दुश्मन है
open
مُّبِينٌ
खुल्लम-खुल्ला
Wamina alan'ami hamoolatan wafarshan kuloo mimma razaqakumu Allahu wala tattabi'oo khutuwati alshshaytani innahu lakum 'aduwwun mubeenun (al-ʾAnʿām 6:142)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और चौपायों में से कुछ बोझ उठानेवाले बड़े और कुछ छोटे जानवर पैदा किए। अल्लाह ने जो कुछ तुम्हें दिया है, उसमें से खाओ और शैतान के क़दमों पर न चलो। निश्चय ही वह तुम्हारा खुला हुआ शत्रु है
English Sahih:
And of the grazing livestock are carriers [of burdens] and those [too] small. Eat of what Allah has provided for you and do not follow the footsteps of Satan. Indeed, he is to you a clear enemy. ([6] Al-An'am : 142)