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فَلَمَّا رَاَ الْقَمَرَ بَازِغًا قَالَ هٰذَا رَبِّيْ ۚفَلَمَّآ اَفَلَ قَالَ لَىِٕنْ لَّمْ يَهْدِنِيْ رَبِّيْ لَاَكُوْنَنَّ مِنَ الْقَوْمِ الضَّاۤلِّيْنَ   ( الأنعام: ٧٧ )

When
فَلَمَّا
फिर जब
he saw
رَءَا
उसने देखा
the moon
ٱلْقَمَرَ
चाँद को
rising
بَازِغًا
चमकता हुआ
he said
قَالَ
उसने कहा
"This
هَٰذَا
ये
(is) my Lord"
رَبِّىۖ
मेरा रब है
But when
فَلَمَّآ
फिर जब
it set
أَفَلَ
वो छुप गया
he said
قَالَ
उसने कहा
"If
لَئِن
अलबत्ता अगर
(does) not
لَّمْ
ना
guide me
يَهْدِنِى
हिदायत दी मुझे
my Lord
رَبِّى
मेरे रब ने
I will surely be
لَأَكُونَنَّ
अलबत्ता मैं ज़रूर हो जाऊँगा
among
مِنَ
उन लोगों में से
the people
ٱلْقَوْمِ
उन लोगों में से
who went astray"
ٱلضَّآلِّينَ
जो गुमराह हैं

Falamma raa alqamara bazighan qala hatha rabbee falamma afala qala lain lam yahdinee rabbee laakoonanna mina alqawmi alddalleena (al-ʾAnʿām 6:77)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

फिर जब उसने चाँद को चमकता हुआ देखा, तो कहा, 'इसको मेरा रब ठहराते हो!' फिर जब वह छिप गया, तो कहा, 'यदि मेरा रब मुझे मार्ग न दिखाता तो मैं भी पथभ्रष्ट! लोगों में सम्मिलित हो जाता।'

English Sahih:

And when he saw the moon rising, he said, "This is my lord." But when it set, he said, "Unless my Lord guides me, I will surely be among the people gone astray." ([6] Al-An'am : 77)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर जब चाँद को जगमगाता हुआ देखा तो बोल उठे (क्या) यही मेरा ख़ुदा है फिर जब वह भी ग़ुरुब हो गया तो कहने लगे कि अगर (कहीं) मेरा (असली) परवरदिगार मेरी हिदायत न करता तो मैं ज़रुर गुमराह लोगों में हो जाता