Skip to main content

هُوَ الَّذِيْ خَلَقَكُمْ فَمِنْكُمْ كَافِرٌ وَّمِنْكُمْ مُّؤْمِنٌۗ وَاللّٰهُ بِمَا تَعْمَلُوْنَ بَصِيْرٌ   ( التغابن: ٢ )

He
هُوَ
वो ही है
(is) the One Who
ٱلَّذِى
जिसने
created you
خَلَقَكُمْ
पैदा किया तुम्हें
and among you
فَمِنكُمْ
तो तुम में से
(is) a disbeliever
كَافِرٌ
कोई काफ़िर है
and among you
وَمِنكُم
और तुम में से
(is) a believer
مُّؤْمِنٌۚ
कोई मोमिन है
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
of what
بِمَا
उसे जो
you do
تَعْمَلُونَ
तुम अमल करते हो
(is) All-Seer
بَصِيرٌ
ख़ूब देखने वाला है

Huwa allathee khalaqakum faminkum kafirun waminkum muminun waAllahu bima ta'maloona baseerun (at-Taghābun 64:2)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वही है जिसने तुम्हें पैदा किया, फिर तुममें से कोई तो इनकार करनेवाला है और तुममें से कोई ईमानवाला है, और तुम जो कुछ भी करते हो अल्लाह उसे देख रहा होता है

English Sahih:

It is He who created you, and among you is the disbeliever, and among you is the believer. And Allah, of what you do, is Seeing. ([64] At-Taghabun : 2)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

वही तो है जिसने तुम लोगों को पैदा किया कोई तुममें काफ़िर है और कोई मोमिन और जो कुछ तुम करते हो ख़ुदा उसको देख रहा है