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يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا تُوْبُوْٓا اِلَى اللّٰهِ تَوْبَةً نَّصُوْحًاۗ عَسٰى رَبُّكُمْ اَنْ يُّكَفِّرَ عَنْكُمْ سَيِّاٰتِكُمْ وَيُدْخِلَكُمْ جَنّٰتٍ تَجْرِيْ مِنْ تَحْتِهَا الْاَنْهٰرُۙ يَوْمَ لَا يُخْزِى اللّٰهُ النَّبِيَّ وَالَّذِيْنَ اٰمَنُوْا مَعَهٗۚ نُوْرُهُمْ يَسْعٰى بَيْنَ اَيْدِيْهِمْ وَبِاَيْمَانِهِمْ يَقُوْلُوْنَ رَبَّنَآ اَتْمِمْ لَنَا نُوْرَنَا وَاغْفِرْ لَنَاۚ اِنَّكَ عَلٰى كُلِّ شَيْءٍ قَدِيْرٌ   ( التحريم: ٨ )

O!
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
(you) who believe!
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
believe!
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
Turn
تُوبُوٓا۟
तौबा करो
to
إِلَى
तरफ़ अल्लाह के
Allah
ٱللَّهِ
तरफ़ अल्लाह के
(in) repentance
تَوْبَةً
तौबा
sincere!
نَّصُوحًا
ख़ालिस
Perhaps
عَسَىٰ
उम्मीद है
your Lord
رَبُّكُمْ
रब तुम्हारा
[that]
أَن
कि
will remove
يُكَفِّرَ
वो दूर कर देगा
from you
عَنكُمْ
तुम से
your misdeeds
سَيِّـَٔاتِكُمْ
बुराइयाँ तुम्हारी
and admit you
وَيُدْخِلَكُمْ
और वो दाख़िल कर देगा तुम्हें
(into) Gardens
جَنَّٰتٍ
बाग़ात में
flow
تَجْرِى
बहती हैं
from
مِن
उनके नीचे से
underneath it
تَحْتِهَا
उनके नीचे से
the rivers
ٱلْأَنْهَٰرُ
नहरें
(on the) Day
يَوْمَ
जिस दिन
not
لَا
ना रुस्वा करेगा
will be disgraced
يُخْزِى
ना रुस्वा करेगा
(by) Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
the Prophet
ٱلنَّبِىَّ
नबी को
and those who
وَٱلَّذِينَ
और उन्हें जो
believed
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
with him
مَعَهُۥۖ
साथ उसके
Their light
نُورُهُمْ
नूर उनका
will run
يَسْعَىٰ
दौड़ता होगा
before
بَيْنَ
उनके आगे
their hands
أَيْدِيهِمْ
उनके आगे
and on their right
وَبِأَيْمَٰنِهِمْ
और उनके दाऐं
they will say
يَقُولُونَ
वो कहेंगे
"Our Lord
رَبَّنَآ
ऐ हमारे रब
Perfect
أَتْمِمْ
तमाम कर दे
for us
لَنَا
हमारे लिए
our light
نُورَنَا
नूर हमारा
and grant forgiveness
وَٱغْفِرْ
और बख़्श दे
to us
لَنَآۖ
हमें
Indeed, You
إِنَّكَ
बेशक तू
(are) over
عَلَىٰ
ऊपर
every
كُلِّ
हर
thing
شَىْءٍ
चीज़ के
All-Powerful"
قَدِيرٌ
ख़ूब क़ुदरत रखने वाला है

Ya ayyuha allatheena amanoo tooboo ila Allahi tawbatan nasoohan 'asa rabbukum an yukaffira 'ankum sayyiatikum wayudkhilakum jannatin tajree min tahtiha alanharu yawma la yukhzee Allahu alnnabiyya waallatheena amanoo ma'ahu nooruhum yas'a bayna aydeehim wabiaymanihim yaqooloona rabbana atmim lana noorana waighfir lana innaka 'ala kulli shayin qadeerun (at-Taḥrīm 66:8)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ ईमान लानेवाले! अल्लाह के आगे तौबा करो, विशुद्ध तौबा। बहुत सम्भव है कि तुम्हारा रब तुम्हारी बुराइयाँ तुमसे दूर कर दे और तुम्हें ऐसे बाग़ों में दाख़िल करे जिनके नीचे नहरे बह रही होंगी, जिस दिन अल्लाह नबी को और उनको जो ईमान लाकर उसके साथ हुए, रुसवा न करेगा। उनका प्रकाश उनके आगे-आगे दौड़ रहा होगा और उनके दाहिने हाथ मे होगा। वे कह रहे होंगे, 'ऐ हमारे रब! हमारे लिए हमारे प्रकाश को पूर्ण कर दे और हमें क्षमा कर। निश्चय ही तू हर चीज़ की सामर्थ्य रखता है।'

English Sahih:

O you who have believed, repent to Allah with sincere repentance. Perhaps your Lord will remove from you your misdeeds and admit you into gardens beneath which rivers flow [on] the Day when Allah will not disgrace the Prophet and those who believed with him. Their light will proceed before them and on their right; they will say, "Our Lord, perfect for us our light and forgive us. Indeed, You are over all things competent." ([66] At-Tahrim : 8)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ ईमानदारों ख़ुदा की बारगाह में साफ़ ख़ालिस दिल से तौबा करो तो (उसकी वजह से) उम्मीद है कि तुम्हारा परवरदिगार तुमसे तुम्हारे गुनाह दूर कर दे और तुमको (बेहिश्त के) उन बाग़ों में दाखिल करे जिनके नीचे नहरें जारी हैं उस दिन जब ख़ुदा रसूल को और उन लोगों को जो उनके साथ ईमान लाए हैं रूसवा नहीं करेगा (बल्कि) उनका नूर उनके आगे आगे और उनके दाहिने तरफ़ (रौशनी करता) चल रहा होगा और ये लोग ये दुआ करते होंगे परवरदिगार हमारे लिए हमारा नूर पूरा कर और हमें बख्य दे बेशक तू हर चीज़ पर कादिर है