وَّالْمَلَكُ عَلٰٓى اَرْجَاۤىِٕهَاۗ وَيَحْمِلُ عَرْشَ رَبِّكَ فَوْقَهُمْ يَوْمَىِٕذٍ ثَمٰنِيَةٌ ۗ ( الحاقة: ١٧ )
And the Angels
وَٱلْمَلَكُ
और फ़रिश्ते
(will be) on
عَلَىٰٓ
उसके किनारों पर होंगे
its edges
أَرْجَآئِهَاۚ
उसके किनारों पर होंगे
and will bear
وَيَحْمِلُ
और उठाऐंगे
(the) Throne
عَرْشَ
अर्श
(of) your Lord
رَبِّكَ
आपके रब का
above them
فَوْقَهُمْ
अपने ऊपर
that Day
يَوْمَئِذٍ
उस दिन
eight
ثَمَٰنِيَةٌ
आठ (फ़रिश्ते )
Waalmalaku 'ala arjaiha wayahmilu 'arsha rabbika fawqahum yawmaithin thamaniyatun (al-Ḥāq̈q̈ah 69:17)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और फ़रिश्ते उसके किनारों पर होंगे और उस दिन तुम्हारे रब के सिंहासन को आठ अपने ऊपर उठाए हुए होंगे
English Sahih:
And the angels are at its edges. And there will bear the Throne of your Lord above them, that Day, eight [of them]. ([69] Al-Haqqah : 17)