قَالَ اَلْقُوْاۚ فَلَمَّآ اَلْقَوْا سَحَرُوْٓا اَعْيُنَ النَّاسِ وَاسْتَرْهَبُوْهُمْ وَجَاۤءُوْ بِسِحْرٍ عَظِيْمٍ ( الأعراف: ١١٦ )
He said
قَالَ
उसने कहा
"Throw"
أَلْقُوا۟ۖ
तुम डालो
Then when
فَلَمَّآ
तो जब
they threw
أَلْقَوْا۟
उन्होंने डाला
they bewitched
سَحَرُوٓا۟
उन्होंने मसहूर कर दिया
(the) eyes
أَعْيُنَ
निगाहों को
(of) the people
ٱلنَّاسِ
लोगों की
and terrified them
وَٱسْتَرْهَبُوهُمْ
और उन्होंने ख़ौफ़ज़दा कर दिया उन्हें
and came (up)
وَجَآءُو
और वो लाए
with a magic
بِسِحْرٍ
जादू
great
عَظِيمٍ
बहुत बड़ा
Qala alqoo falamma alqaw saharoo a'yuna alnnasi waistarhaboohum wajaoo bisihrin 'atheemin (al-ʾAʿrāf 7:116)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसने कहा, 'तुम ही डालो।' फिर उन्होंने डाला तो लोगो की आँखों पर जादू कर दिया और उन्हें भयभीत कर दिया। उन्होंने एक बहुत बड़े जादू का प्रदर्शन किया
English Sahih:
He said, "Throw," and when they threw, they bewitched the eyes of the people and struck terror into them, and they presented a great [feat of] magic. ([7] Al-A'raf : 116)