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قَالَ نُوْحٌ رَّبِّ اِنَّهُمْ عَصَوْنِيْ وَاتَّبَعُوْا مَنْ لَّمْ يَزِدْهُ مَالُهٗ وَوَلَدُهٗٓ اِلَّا خَسَارًاۚ   ( نوح: ٢١ )

Said
قَالَ
कहा
Nuh
نُوحٌ
नूह ने
"My Lord!
رَّبِّ
ऐ मेरे रब
Indeed they
إِنَّهُمْ
बेशक वो
disobeyed me
عَصَوْنِى
उन्होंने नाफ़रमानी की मेरी
and followed
وَٱتَّبَعُوا۟
और उन्होंने पैरवी की
(the one) who
مَن
उसकी जो
(did) not
لَّمْ
नहीं
increase him
يَزِدْهُ
ज़्यादा किया जिसने
his wealth
مَالُهُۥ
उसके माल ने
and his children
وَوَلَدُهُۥٓ
और उसकी औलाद ने
except
إِلَّا
मगर
(in) loss
خَسَارًا
ख़सारे में

Qala noohun rabbi innahum 'asawnee waittaba'oo man lam yazidhu maluhu wawaladuhu illa khasaran (Nūḥ 71:21)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

नूह ने कहा, 'ऐ मेरे रब! उन्होंने मेरी अवज्ञा की, और उसका अनुसरण किया जिसके धन और जिसकी सन्तान ने उसके घाटे ही मे अभिवृद्धि की

English Sahih:

Noah said, "My Lord, indeed they have disobeyed me and followed him whose wealth and children will not increase him except in loss. ([71] Nuh : 21)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(फिर) नूह ने अर्ज़ की परवरदिगार इन लोगों ने मेरी नाफ़रमानी की उस शख़्श के ताबेदार बन के जिसने उनके माल और औलाद में नुक़सान के सिवा फ़ायदा न पहुँचाया