Skip to main content

اَلَّذِيْنَ اٰمَنُوْا وَهَاجَرُوْا وَجَاهَدُوْا فِيْ سَبِيْلِ اللّٰهِ بِاَمْوَالِهِمْ وَاَنْفُسِهِمْۙ اَعْظَمُ دَرَجَةً عِنْدَ اللّٰهِ ۗوَاُولٰۤىِٕكَ هُمُ الْفَاۤىِٕزُوْنَ  ( التوبة: ٢٠ )

Those who
ٱلَّذِينَ
वो जो
believed
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
and emigrated
وَهَاجَرُوا۟
और उन्होंने हिजरत की
and strove
وَجَٰهَدُوا۟
और उन्होंने जिहाद किया
in
فِى
अल्लाह के रास्ते में
(the) way
سَبِيلِ
अल्लाह के रास्ते में
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के रास्ते में
with their wealth
بِأَمْوَٰلِهِمْ
अपने मालों से
and their lives
وَأَنفُسِهِمْ
और अपनी जानों से
(are) greater
أَعْظَمُ
ज़्यादा बड़े हैं
(in) rank
دَرَجَةً
दर्जे में
near
عِندَ
अल्लाह के नज़दीक
Allah
ٱللَّهِۚ
अल्लाह के नज़दीक
And those -
وَأُو۟لَٰٓئِكَ
और यही लोग हैं
they
هُمُ
वो
(are) the successful
ٱلْفَآئِزُونَ
जो कामयाब होने वाले हैं

Allatheena amanoo wahajaroo wajahadoo fee sabeeli Allahi biamwalihim waanfusihim a'thamu darajatan 'inda Allahi waolaika humu alfaizoona (at-Tawbah 9:20)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जो लोग ईमान लाए और उन्होंने हिजरत की और अल्लाह के मार्ग में अपने मालों और अपनी जानों से जिहाद किया, अल्लाह के यहाँ दर्जे में वे बहुत बड़े है और वही सफल है

English Sahih:

The ones who have believed, emigrated and striven in the cause of Allah with their wealth and their lives are greater in rank in the sight of Allah. And it is those who are the attainers [of success]. ([9] At-Tawbah : 20)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

जिन लोगों ने ईमान क़ुबूल किया और (ख़ुदा के लिए) हिजरत एख्तियार की और अपने मालों से और अपनी जानों से ख़ुदा की राह में जिहाद किया वह लोग ख़ुदा के नज़दीक दर्जें में कही बढ़ कर हैं और यही लोग (आला दर्जे पर) फायज़ होने वाले हैं