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سَيَحْلِفُوْنَ بِاللّٰهِ لَكُمْ اِذَا انْقَلَبْتُمْ اِلَيْهِمْ لِتُعْرِضُوْا عَنْهُمْ ۗ فَاَعْرِضُوْا عَنْهُمْ ۗ اِنَّهُمْ رِجْسٌۙ وَّمَأْوٰىهُمْ جَهَنَّمُ جَزَاۤءً ۢبِمَا كَانُوْا يَكْسِبُوْنَ  ( التوبة: ٩٥ )

They will swear
سَيَحْلِفُونَ
अनक़रीब वो क़समें खाऐंगे
by Allah
بِٱللَّهِ
अल्लाह की
to you
لَكُمْ
तुम्हारे लिए
when
إِذَا
जब
you returned
ٱنقَلَبْتُمْ
लौटोगे तुम
to them
إِلَيْهِمْ
तरफ़ उनके
that you may turn away
لِتُعْرِضُوا۟
ताकि तुम ऐराज़ करो
from them
عَنْهُمْۖ
उनसे
So turn away
فَأَعْرِضُوا۟
तो ऐराज़ कर लो
from them
عَنْهُمْۖ
उनसे
indeed they
إِنَّهُمْ
क्योंकि वो
(are) impure
رِجْسٌۖ
गंदगी हैं
and their abode
وَمَأْوَىٰهُمْ
और ठिकाना उनका
(is) Hell
جَهَنَّمُ
जहन्नम है
a recompense
جَزَآءًۢ
बदला है
for what
بِمَا
उसका जो
they used (to)
كَانُوا۟
हैं वो
earn
يَكْسِبُونَ
वो कमाई करते

Sayahlifoona biAllahi lakum itha inqalabtum ilayhim litu'ridoo 'anhum faa'ridoo 'anhum innahum rijsun wamawahum jahannamu jazaan bima kanoo yaksiboona (at-Tawbah 9:95)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जब तुम पलटकर उनके पास जाओगे तो वे तुम्हारे सामने अल्लाह की क़समें खाएँगे, ताकि तुम उन्हें उनकी हालत पर छोड़ दो। तो तुम उन्हें छोड़ ही दो। निश्चय ही वे गन्दगी है और उनका ठिकाना जहन्नम है। जो कुछ वे कमाते रहे है, यह उसी का बदला है

English Sahih:

They will swear by Allah to you when you return to them that you would leave them alone. So leave them alone; indeed they are evil; and their refuge is Hell as recompense for what they had been earning. ([9] At-Tawbah : 95)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

जब तुम उनके पास (जिहाद से) वापस आओगे तो तुम्हारे सामने ख़ुदा की क़समें खाएगें ताकि तुम उनसे दरगुज़र करो तो तुम उनकी तरफ से मुँह फेर लो बेशक ये लोग नापाक हैं और उनका ठिकाना जहन्नुम है (ये) सज़ा है उसकी जो ये (दुनिया में) किया करते थे