وَمَا ظَنُّ الَّذِيْنَ يَفْتَرُوْنَ عَلَى اللّٰهِ الْكَذِبَ يَوْمَ الْقِيٰمَةِ ۗاِنَّ اللّٰهَ لَذُوْ فَضْلٍ عَلَى النَّاسِ وَلٰكِنَّ اَكْثَرَهُمْ لَا يَشْكُرُوْنَ ࣖ ( يونس: ٦٠ )
And what
وَمَا
और क्या है
(will be the) assumption
ظَنُّ
गुमान
(of) those who
ٱلَّذِينَ
उनका जो
invent
يَفْتَرُونَ
गढ़ते हैं
against
عَلَى
अल्लाह पर
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह पर
the lie
ٱلْكَذِبَ
झूठ
(on) the Day
يَوْمَ
क़यामत के दिन में
(of) the Judgment?
ٱلْقِيَٰمَةِۗ
क़यामत के दिन में
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) surely Full (of) Bounty
لَذُو
अलबत्ता फ़ज़ल वाला है
(is) surely Full (of) Bounty
فَضْلٍ
अलबत्ता फ़ज़ल वाला है
to
عَلَى
लोगों पर
the mankind
ٱلنَّاسِ
लोगों पर
but
وَلَٰكِنَّ
और लेकिन
most of them
أَكْثَرَهُمْ
अक्सर उनके
(are) not
لَا
नहीं वो शुक्र करते
grateful
يَشْكُرُونَ
नहीं वो शुक्र करते
Wama thannu allatheena yaftaroona 'ala Allahi alkathiba yawma alqiyamati inna Allaha lathoo fadlin 'ala alnnasi walakinna aktharahum la yashkuroona (al-Yūnus 10:60)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
जो लोग झूठ घड़कर उसे अल्लाह पर थोंपते है, उन्होंने क़ियामत के दिन के विषय में क्या समझ रखा है? अल्लाह तो लोगों के लिए बड़ा अनुग्रहवाला है, किन्तु उनमें अधिकतर कृतज्ञता नहीं दिखलाते
English Sahih:
And what will be the supposition of those who invent falsehood about Allah on the Day of Resurrection? Indeed, Allah is the possessor of bounty for the people, but most of them are not grateful. ([10] Yunus : 60)