فَالْيَوْمَ نُنَجِّيْكَ بِبَدَنِكَ لِتَكُوْنَ لِمَنْ خَلْفَكَ اٰيَةً ۗوَاِنَّ كَثِيْرًا مِّنَ النَّاسِ عَنْ اٰيٰتِنَا لَغٰفِلُوْنَ ( يونس: ٩٢ )
So today
فَٱلْيَوْمَ
तो आज
We will save you
نُنَجِّيكَ
हम बचा लेंगे तुझे
in your body
بِبَدَنِكَ
साथ तेरे बदन के
that you may be
لِتَكُونَ
ताकि तू हो जाए
for (those) who
لِمَنْ
उनके लिए जो
succeed you
خَلْفَكَ
तेरे बाद हों
a sign
ءَايَةًۚ
एक निशानी
And indeed
وَإِنَّ
और बेशक
many
كَثِيرًا
बहुत से
among
مِّنَ
लोगों में से
the mankind
ٱلنَّاسِ
लोगों में से
of
عَنْ
हमारी आयात से
Our Signs
ءَايَٰتِنَا
हमारी आयात से
(are) surely heedless"
لَغَٰفِلُونَ
अलबत्ता ग़ाफ़िल हैं
Faalyawma nunajjeeka bibadanika litakoona liman khalfaka ayatan wainna katheeran mina alnnasi 'an ayatina laghafiloona (al-Yūnus 10:92)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
'अतः आज हम तेरे शरीर को बचा लेगें, ताकि तू अपने बादवालों के लिए एक निशानी हो जाए। निश्चय ही, बहुत-से लोग हमारी निशानियों के प्रति असावधान ही रहते है।'
English Sahih:
So today We will save you in body that you may be to those who succeed you a sign. And indeed, many among the people, of Our signs, are heedless. ([10] Yunus : 92)