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۞ وَاَمَّا الَّذِيْنَ سُعِدُوْا فَفِى الْجَنَّةِ خٰلِدِيْنَ فِيْهَا مَا دَامَتِ السَّمٰوٰتُ وَالْاَرْضُ اِلَّا مَا شَاۤءَ رَبُّكَۗ عَطَاۤءً غَيْرَ مَجْذُوْذٍ  ( هود: ١٠٨ )

And as for
وَأَمَّا
और रहे
those who
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
were glad
سُعِدُوا۟
नेकबख़्त हुए
then (they will be) in
فَفِى
तो जन्नत में होंगे
Paradise
ٱلْجَنَّةِ
तो जन्नत में होंगे
(will be) abiding
خَٰلِدِينَ
हमेशा रहने वाले हैं
therein
فِيهَا
उसमें
as long as remains
مَا
जब तक क़ायम हैं
as long as remains
دَامَتِ
जब तक क़ायम हैं
the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتُ
आसमान
and the earth
وَٱلْأَرْضُ
और ज़मीन
except
إِلَّا
मगर
what your Lord wills
مَا
जो
what your Lord wills
شَآءَ
चाहे
what your Lord wills
رَبُّكَۖ
रब आपका
a bestowal
عَطَآءً
बख़्शिश है
not
غَيْرَ
ना
interrupted
مَجْذُوذٍ
ख़त्म होने वाली

Waamma allatheena su'idoo fafee aljannati khalideena feeha ma damati alssamawatu waalardu illa ma shaa rabbuka 'ataan ghayra majthoothin (Hūd 11:108)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

रहे वे जो भाग्यशाली होंगे तो वे जन्नत में होंगे, जहाँ वे सदैव रहेंगे जब तक आकाश और धरती स्थिर रहें। बात यह है कि तुम्हारे रब की इच्छा ही चलेगी। यह एक ऐसा उपहार है, जिसका सिलसिला कभी न टूटेगा

English Sahih:

And as for those who were [destined to be] prosperous, they will be in Paradise, abiding therein as long as the heavens and the earth endure, except what your Lord should will – a bestowal uninterrupted. ([11] Hud : 108)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जो लोग नेक बख्त हैं वह तो बेहश्त में होगें (और) जब तक आसमान व ज़मीन (बाक़ी) है वह हमेशा उसी में रहेगें मगर जब तेरा परवरदिगार चाहे (सज़ा देकर आख़िर में जन्नत में ले जाए