وَلَوْ شَاۤءَ رَبُّكَ لَجَعَلَ النَّاسَ اُمَّةً وَّاحِدَةً وَّلَا يَزَالُوْنَ مُخْتَلِفِيْنَۙ ( هود: ١١٨ )
And if
وَلَوْ
और अगर
your Lord (had) willed
شَآءَ
चाहता
your Lord (had) willed
رَبُّكَ
रब आपका
surely He (could) have made
لَجَعَلَ
अलबत्ता वो बना देता
the mankind
ٱلنَّاسَ
लोगों को
one community
أُمَّةً
उम्मत
one community
وَٰحِدَةًۖ
एक ही
but not
وَلَا
जबकि वो हमेशा रहेंगे
they will cease
يَزَالُونَ
जबकि वो हमेशा रहेंगे
to differ
مُخْتَلِفِينَ
इख़्तिलाफ़ करने वाले
Walaw shaa rabbuka laja'ala alnnasa ommatan wahidatan wala yazaloona mukhtalifeena (Hūd 11:118)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और यदि तुम्हारा रब चाहता तो वह सारे मनुष्यों को एक समुदाय बना देता, किन्तु अब तो वे सदैव विभेद करते ही रहेंगे,
English Sahih:
And if your Lord had willed, He could have made mankind one community; but they will not cease to differ, ([11] Hud : 118)