اُولٰۤىِٕكَ الَّذِيْنَ لَيْسَ لَهُمْ فِى الْاٰخِرَةِ اِلَّا النَّارُ ۖوَحَبِطَ مَا صَنَعُوْا فِيْهَا وَبٰطِلٌ مَّا كَانُوْا يَعْمَلُوْنَ ( هود: ١٦ )
Those
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
(are) the ones who -
ٱلَّذِينَ
वो जो
(is) not
لَيْسَ
नहीं है
for them
لَهُمْ
उनके लिए
in
فِى
आख़िरत में
the Hereafter
ٱلْءَاخِرَةِ
आख़िरत में
except
إِلَّا
मगर
the Fire
ٱلنَّارُۖ
आग
And (has) gone in vain
وَحَبِطَ
और ज़ाया हो गया
what
مَا
जो
they did
صَنَعُوا۟
उन्होंने किया
therein
فِيهَا
उसमें
and (is) worthless
وَبَٰطِلٌ
और बातिल है
what
مَّا
जो कुछ
they used (to)
كَانُوا۟
थे वो
do
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते
Olaika allatheena laysa lahum fee alakhirati illa alnnaru wahabita ma sana'oo feeha wabatilun ma kanoo ya'maloona (Hūd 11:16)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
यही वे लोग है जिनके लिए आख़िरत में आग के सिवा और कुछ भी नहीं। उन्होंने जो कुछ बनाया, वह सब वहाँ उनकी जान को लागू हुआ और उनका सारा किया-धरा मिथ्या होकर रहा
English Sahih:
Those are the ones for whom there is not in the Hereafter but the Fire. And lost is what they did therein, and worthless is what they used to do. ([11] Hud : 16)