۞ وَقَالَ ارْكَبُوْا فِيْهَا بِسْمِ اللّٰهِ مَجْرٰ۪ىهَا وَمُرْسٰىهَا ۗاِنَّ رَبِّيْ لَغَفُوْرٌ رَّحِيْمٌ ( هود: ٤١ )
And he said
وَقَالَ
और उसने कहा
"Embark
ٱرْكَبُوا۟
सवार हो जाओ
in it
فِيهَا
इसमें
in the name
بِسْمِ
साथ नाम
of Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह के
(is) its course
مَجْر۪ىٰهَا
चलना है उसका
and its anchorage
وَمُرْسَىٰهَآۚ
और ठहरना है उसका
Indeed
إِنَّ
बेशक
my Lord
رَبِّى
मेरा रब
(is) certainly Oft-Forgiving
لَغَفُورٌ
अलबत्ता बहुत बख़्शने वाला है
Most Merciful"
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है
Waqala irkaboo feeha bismi Allahi majraha wamursaha inna rabbee laghafoorun raheemun (Hūd 11:41)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
उसने कहा, 'उसमें सवार हो जाओ। अल्लाह के नाम से इसका चलना भी है और इसका ठहरना भी। निस्संदेह मेरा रब अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है।'
English Sahih:
And [Noah] said, "Embark therein; in the name of Allah [are] its course and its anchorage. Indeed, my Lord is Forgiving and Merciful." ([11] Hud : 41)