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وَمَا يُؤْمِنُ اَكْثَرُهُمْ بِاللّٰهِ اِلَّا وَهُمْ مُّشْرِكُوْنَ  ( يوسف: ١٠٦ )

And not
وَمَا
और नहीं
believe
يُؤْمِنُ
ईमान लाते
most of them
أَكْثَرُهُم
अक्सर उनके
in Allah
بِٱللَّهِ
अल्लाह पर
except
إِلَّا
मगर
while they
وَهُم
इस हाल में कि वो
associate partners with Him
مُّشْرِكُونَ
मुशरिक हैं

Wama yuminu aktharuhum biAllahi illa wahum mushrikoona (Yūsuf 12:106)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

इनमें अधिकतर लोग अल्लाह को मानते भी है तो इस तरह कि वे साझी भी ठहराते है

English Sahih:

And most of them believe not in Allah except while they associate others with Him. ([12] Yusuf : 106)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और अक्सर लोगों की ये हालत है कि वह ख़ुदा पर ईमान तो नहीं लाते मगर शिर्क किए जाते हैं