وَلَمَّا بَلَغَ اَشُدَّهٗٓ اٰتَيْنٰهُ حُكْمًا وَّعِلْمًا ۗوَكَذٰلِكَ نَجْزِى الْمُحْسِنِيْنَ ( يوسف: ٢٢ )
And when
وَلَمَّا
और जब
he reached
بَلَغَ
वो पहुँचा
his maturity
أَشُدَّهُۥٓ
अपनी जवानी को
We gave him
ءَاتَيْنَٰهُ
दिया हमने उसे
wisdom
حُكْمًا
क़ुव्वते फ़ैसला
and knowledge
وَعِلْمًاۚ
और इल्म
And thus
وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
We reward
نَجْزِى
हम बदला देते हैं
the good-doers
ٱلْمُحْسِنِينَ
एहसान करने वालों को
Walamma balagha ashuddahu ataynahu hukman wa'ilman wakathalika najzee almuhsineena (Yūsuf 12:22)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और जब वह अपनी जवानी को पहुँचा तो हमने उसे निर्णय-शक्ति और ज्ञान प्रदान किया। उत्तमकार लोगों को हम इसी प्रकार बदला देते है
English Sahih:
And when he [i.e., Joseph] reached maturity, We gave him judgement and knowledge. And thus We reward the doers of good. ([12] Yusuf : 22)