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۞ مَثَلُ الْجَنَّةِ الَّتِيْ وُعِدَ الْمُتَّقُوْنَۗ تَجْرِيْ مِنْ تَحْتِهَا الْاَنْهٰرُۗ اُكُلُهَا دَاۤىِٕمٌ وَّظِلُّهَاۗ تِلْكَ عُقْبَى الَّذِيْنَ اتَّقَوْا ۖوَّعُقْبَى الْكٰفِرِيْنَ النَّارُ   ( الرعد: ٣٥ )

The example
مَّثَلُ
मिसाल
of Paradise
ٱلْجَنَّةِ
उस जन्नत की
which
ٱلَّتِى
जिस का
(is) promised
وُعِدَ
वादा किए गए
(to) the righteous
ٱلْمُتَّقُونَۖ
मुत्तक़ी लोग
flows
تَجْرِى
बहती हैं
from
مِن
उसके नीचे से
underneath it
تَحْتِهَا
उसके नीचे से
the rivers
ٱلْأَنْهَٰرُۖ
नहरें
Its food
أُكُلُهَا
फल उसके
(is) everlasting
دَآئِمٌ
दाइमी हैं
and its shade
وَظِلُّهَاۚ
और उसका साया (भी)
This
تِلْكَ
ये
(is the) end
عُقْبَى
अंजाम है
of those who
ٱلَّذِينَ
उन लोगों का जिन्होंने
(are) righteous
ٱتَّقَوا۟ۖ
तक़वा किया
and (the) end
وَّعُقْبَى
और अंजाम
(of) the disbelievers
ٱلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों का
(is) the Fire
ٱلنَّارُ
आग है

Mathalu aljannati allatee wu'ida almuttaqoona tajree min tahtiha alanharu okuluha daimun wathilluha tilka 'uqba allatheena ittaqaw wa'uqba alkafireena alnnaru (ar-Raʿd 13:35)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

डर रखनेवालों के लिए जिस जन्नत का वादा है उसकी शान यह है कि उसके नीचे नहरें बह रही है, उसके फल शाश्वत है और इसी प्रकार उसकी छाया भी। यह परिणाम है उनका जो डर रखते है, जबकि इनकार करनेवालों का परिणाम आग है

English Sahih:

The example [i.e., description] of Paradise, which the righteous have been promised, is [that] beneath it rivers flow. Its fruit is lasting, and its shade. That is the consequence for the righteous, and the consequence for the disbelievers is the Fire. ([13] Ar-Ra'd : 35)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

जिस बाग़ (बेहश्त) का परहेज़गारों से वायदा किया गया है उसकी सिफत ये है कि उसके नीचे नहरें जारी होगी उसके मेवे सदाबहार और ऐसे ही उसकी छॉव भी ये अन्जाम है उन लोगों को जो (दुनिया में) परहेज़गार थे और काफिरों का अन्जाम (जहन्नुम की) आग है