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فَعَسٰى رَبِّيْٓ اَنْ يُّؤْتِيَنِ خَيْرًا مِّنْ جَنَّتِكَ وَيُرْسِلَ عَلَيْهَا حُسْبَانًا مِّنَ السَّمَاۤءِ فَتُصْبِحَ صَعِيْدًا زَلَقًاۙ   ( الكهف: ٤٠ )

It may be
فَعَسَىٰ
तो उम्मीद है
that my Lord
رَبِّىٓ
मेरा रब
that my Lord
أَن
कि
will give me
يُؤْتِيَنِ
वो दे दे मुझे
better
خَيْرًا
बेहतर
than
مِّن
तेरे बाग़ से
your garden
جَنَّتِكَ
तेरे बाग़ से
and will send
وَيُرْسِلَ
और वो भेजे
upon it
عَلَيْهَا
उस पर
a calamity
حُسْبَانًا
कोई अज़ाब
from
مِّنَ
आसमान से
the sky
ٱلسَّمَآءِ
आसमान से
then it will become
فَتُصْبِحَ
तो वो हो जाए
ground
صَعِيدًا
मैदान
slippery
زَلَقًا
साफ़/चटियल

Fa'asa rabbee an yutiyani khayran min jannatika wayursila 'alayha husbanan mina alssamai fatusbiha sa'eedan zalaqan (al-Kahf 18:40)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तो आशा है कि मेरा रब मुझे तेरे बाग़ से अच्छा प्रदान करें और तेरे इस बाग़ पर आकाश से कोई क़ुर्क़ी (आपदा) भेज दे। फिर वह साफ़ मैदान होकर रह जाए

English Sahih:

It may be that my Lord will give me [something] better than your garden and will send upon it a [disastrous] penalty from the sky, and it will become a smooth, dusty ground, ([18] Al-Kahf : 40)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो अनक़ीरब ही मेरा परवरदिगार मुझे वह बाग़ अता फरमाएगा जो तेरे बाग़ से कहीं बेहतर होगा और तेरे बाग़ पर कोई ऐसी आफत आसमान से नाज़िल करे कि (ख़ाक सियाह) होकर चटियल चिकना सफ़ाचट मैदान हो जाए