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وَتِلْكَ الْقُرٰٓى اَهْلَكْنٰهُمْ لَمَّا ظَلَمُوْا وَجَعَلْنَا لِمَهْلِكِهِمْ مَّوْعِدًا ࣖ  ( الكهف: ٥٩ )

And these
وَتِلْكَ
और ये
[the] towns
ٱلْقُرَىٰٓ
बस्तियाँ हैं
We destroyed them
أَهْلَكْنَٰهُمْ
हलाक किया हमने उन्हें
when
لَمَّا
जब
they wronged
ظَلَمُوا۟
उन्होंने ज़ुल्म किया
and We made
وَجَعَلْنَا
और बना दिया हमने
for their destruction
لِمَهْلِكِهِم
उनकी हलाकत के लिए
an appointed time
مَّوْعِدًا
वादे का एक वक़्त

Watilka alqura ahlaknahum lamma thalamoo waja'alna limahlikihim maw'idan (al-Kahf 18:59)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और ये बस्तियाँ वे है कि जब उन्होंने अत्याचार किया तो हमने उन्हें विनष्ट कर दिया, और हमने उनके विनाश के लिए एक समय निश्चित कर रखा था

English Sahih:

And those cities – We destroyed them when they wronged, and We made for their destruction an appointed time. ([18] Al-Kahf : 59)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और ये बस्तियाँ (जिन्हें तुम अपनी ऑंखों से देखते हो) जब उन लोगों ने सरकशी तो हमने उन्हें हलाक कर मारा और हमने उनकी हलाकत की मियाद मुक़र्रर कर दी थी