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اِنَّا جَعَلْنَا مَا عَلَى الْاَرْضِ زِيْنَةً لَّهَا لِنَبْلُوَهُمْ اَيُّهُمْ اَحْسَنُ عَمَلًا  ( الكهف: ٧ )

Indeed We
إِنَّا
बेशक हम
We have made
جَعَلْنَا
बनाया हमने
what
مَا
उसको जो
(is) on
عَلَى
ज़मीन पर है
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन पर है
adornment
زِينَةً
ज़ीनत/आराइश
for it
لَّهَا
उसके लिए
that We may test [them]
لِنَبْلُوَهُمْ
ताकि हम आज़माऐं उन्हें
which of them
أَيُّهُمْ
कौन सा उनमें से
(is) best
أَحْسَنُ
ज़्यादा अच्छा है
(in) deed
عَمَلًا
अमल में

Inna ja'alna ma 'ala alardi zeenatan laha linabluwahum ayyuhum ahsanu 'amalan (al-Kahf 18:7)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

धरती पर जो कुछ है उसे तो हमने उसकी शोभा बनाई है, ताकि हम उनकी परीक्षा लें कि उनमें कर्म की दृष्टि से कौन उत्तम है

English Sahih:

Indeed, We have made that which is on the earth adornment for it that We may test them [as to] which of them is best in deed. ([18] Al-Kahf : 7)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और जो कुछ रुए ज़मीन पर है हमने उसकी ज़ीनत (रौनक़) क़रार दी ताकि हम लोगों का इम्तिहान लें कि उनमें से कौन सबसे अच्छा चलन का है