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قَالَ هٰذَا رَحْمَةٌ مِّنْ رَّبِّيْۚ فَاِذَا جَاۤءَ وَعْدُ رَبِّيْ جَعَلَهٗ دَكَّاۤءَۚ وَكَانَ وَعْدُ رَبِّيْ حَقًّا ۗ  ( الكهف: ٩٨ )

He said
قَالَ
कहा
"This
هَٰذَا
ये है
(is) a mercy
رَحْمَةٌ
रहमत
from
مِّن
मेरे रब की तरफ़ से
my Lord
رَّبِّىۖ
मेरे रब की तरफ़ से
But when
فَإِذَا
फिर जब
comes
جَآءَ
आ जाएगा
(the) Promise
وَعْدُ
वादा
(of) my Lord
رَبِّى
मेरे रब का
He will make it
جَعَلَهُۥ
वो कर देगा उसे
level
دَكَّآءَۖ
रेज़ा-रेज़ा
And is
وَكَانَ
और है
(the) Promise
وَعْدُ
वादा
(of) my Lord
رَبِّى
मेरे रब का
true"
حَقًّا
बरहक़

Qala hatha rahmatun min rabbee faitha jaa wa'du rabbee ja'alahu dakkaa wakana wa'du rabbee haqqan (al-Kahf 18:98)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उसने कहा, 'यह मेरे रब की दयालुता है, किन्तु जब मेरे रब के वादे का समय आ जाएगा तो वह उसे ढाकर बराबर कर देगा, और मेरे रब का वादा सच्चा है।'

English Sahih:

[Dhul-Qarnayn] said, "This is a mercy from my Lord; but when the promise of my Lord comes [i.e., approaches], He will make it level, and ever is the promise of my Lord true." ([18] Al-Kahf : 98)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

जुलक़रनैन ने (दीवार को देखकर) कहा ये मेरे परवरदिगार की मेहरबानी है मगर जब मेरे परवरदिगार का वायदा (क़यामत) आयेगा तो इसे ढहा कर हमवार कर देगा और मेरे परवरदिगार का वायदा सच्चा है