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بَدِيْعُ السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضِۗ وَاِذَا قَضٰٓى اَمْرًا فَاِنَّمَا يَقُوْلُ لَهٗ كُنْ فَيَكُوْنُ  ( البقرة: ١١٧ )

(The) Originator
بَدِيعُ
ईजाद करने वाला है
(of) the heavens
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों
and the earth!
وَٱلْأَرْضِۖ
और ज़मीन का
And when
وَإِذَا
और जब
He decrees
قَضَىٰٓ
वो फ़ैसला करता है
a matter
أَمْرًا
किसी काम का
[so] only
فَإِنَّمَا
तो बेशक
He says
يَقُولُ
वो कहता है
to it
لَهُۥ
उसके लिए
"Be"
كُن
हो जा
and it becomes
فَيَكُونُ
तो वो हो जाता है

Badee'u alssamawati waalardi waitha qada amran fainnama yaqoolu lahu kun fayakoonu (al-Baq̈arah 2:117)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वह आकाशों और धरती का प्रथमतः पैदा करनेवाला है। वह तो जब किसी काम का निर्णय करता है, तो उसके लिए बस कह देता है कि 'हो जा' और वह हो जाता है

English Sahih:

Originator of the heavens and the earth. When He decrees a matter, He only says to it, "Be," and it is. ([2] Al-Baqarah : 117)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(वही) आसमान व ज़मीन का मोजिद है और जब किसी काम का करना ठान लेता है तो उसकी निसबत सिर्फ कह देता है कि ''हो जा'' पस वह (खुद ब खुद) हो जाता है