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اِلَّا الَّذِيْنَ تَابُوْا وَاَصْلَحُوْا وَبَيَّنُوْا فَاُولٰۤىِٕكَ اَتُوْبُ عَلَيْهِمْ ۚ وَاَنَا التَّوَّابُ الرَّحِيْمُ   ( البقرة: ١٦٠ )

Except
إِلَّا
सिवाय
those
ٱلَّذِينَ
उनके जिन्होंने
who repent[ed]
تَابُوا۟
तौबा की
and reform[ed]
وَأَصْلَحُوا۟
और इस्लाह की
and openly declar[ed]
وَبَيَّنُوا۟
और वाज़ेह कर दिया
Then those
فَأُو۟لَٰٓئِكَ
तो यही वो लोग हैं
I will accept repentance
أَتُوبُ
मैं मेहरबान होता हूँ
from them
عَلَيْهِمْۚ
उन पर
and I (am)
وَأَنَا
और मैं
the Acceptor of Repentance
ٱلتَّوَّابُ
बहुत तौबा क़ुबूल करने वाला हूँ
the Most Merciful
ٱلرَّحِيمُ
निहायत रहम करने वाला हूँ

Illa allatheena taboo waaslahoo wabayyanoo faolaika atoobu 'alayhim waana alttawwabu alrraheemu (al-Baq̈arah 2:160)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

सिवाय उनके जिन्होंने तौबा कर ली और सुधार कर लिया, और साफ़-साफ़ बयान कर दिया, तो उनकी तौबा मैं क़बूल करूँगा; मैं बड़ा तौबा क़बूल करनेवाला, अत्यन्त दयावान हूँ

English Sahih:

Except for those who repent and correct themselves and make evident [what they concealed]. Those – I will accept their repentance, and I am the Accepting of Repentance, the Merciful. ([2] Al-Baqarah : 160)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

मगर जिन लोगों ने (हक़ छिपाने से) तौबा की और अपनी ख़राबी की इसलाह कर ली और जो किताबे ख़ुदा में है साफ़ साफ़ बयान कर दिया पस उन की तौबा मै क़ुबूल करता हूँ और मै तो बड़ा तौबा क़ुबूल करने वाला मेहरबान हूँ