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يٰٓاَيُّهَا الَّذِيْنَ اٰمَنُوْا كُتِبَ عَلَيْكُمُ الصِّيَامُ كَمَا كُتِبَ عَلَى الَّذِيْنَ مِنْ قَبْلِكُمْ لَعَلَّكُمْ تَتَّقُوْنَۙ  ( البقرة: ١٨٣ )

O you
يَٰٓأَيُّهَا
ऐ लोगो जो
who
ٱلَّذِينَ
ऐ लोगो जो
believe[d]!
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए हो
Is prescribed
كُتِبَ
लिख दिया गया
for you
عَلَيْكُمُ
तुम पर
[the] fasting
ٱلصِّيَامُ
रोज़ा रखना
as
كَمَا
जैसा कि
was prescribed
كُتِبَ
लिख दिया गया
to
عَلَى
उन पर जो
those
ٱلَّذِينَ
उन पर जो
from
مِن
तुमसे पहले थे
before you
قَبْلِكُمْ
तुमसे पहले थे
so that you may
لَعَلَّكُمْ
ताकि तुम
(become) righteous
تَتَّقُونَ
मुत्तक़ी बन जाओ

Ya ayyuha allatheena amanoo kutiba 'alaykumu alssiyamu kama kutiba 'ala allatheena min qablikum la'allakum tattaqoona (al-Baq̈arah 2:183)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

ऐ ईमान लानेवालो! तुमपर रोज़े अनिवार्य किए गए, जिस प्रकार तुमसे पहले के लोगों पर किए गए थे, ताकि तुम डर रखनेवाले बन जाओ

English Sahih:

O you who have believed, decreed upon you is fasting as it was decreed upon those before you that you may become righteous – ([2] Al-Baqarah : 183)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ऐ ईमानदारों रोज़ा रखना जिस तरह तुम से पहले के लोगों पर फर्ज था उसी तरफ तुम पर भी फर्ज़ किया गया ताकि तुम उस की वजह से बहुत से गुनाहों से बचो