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وَلَوْلَا كَلِمَةٌ سَبَقَتْ مِنْ رَّبِّكَ لَكَانَ لِزَامًا وَّاَجَلٌ مُّسَمًّى ۗ  ( طه: ١٢٩ )

And if not
وَلَوْلَا
और अगर ना होती
(for) a Word
كَلِمَةٌ
एक बात
(that) preceded
سَبَقَتْ
जो गुज़र चुकी
from
مِن
आप के रब की तरफ़ से
your Lord
رَّبِّكَ
आप के रब की तरफ़ से
surely (would) have been
لَكَانَ
अलबत्ता हो जाता
an obligation
لِزَامًا
लाज़िम (अज़ाब)
and a term
وَأَجَلٌ
और वक़्त (अगर ना होता)
determined
مُّسَمًّى
मुकर्रर

Walawla kalimatun sabaqat min rabbika lakana lizaman waajalun musamman (Ṭāʾ Hāʾ 20:129)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यदि तेरे रब की ओर से पहले ही एक बात निश्चित न हो गई होती और एक अवधि नियत न की जा चुकी होती, तो अवश्य ही उन्हें यातना आ पकड़ती

English Sahih:

And if not for a word that preceded from your Lord, it [i.e., punishment] would have been an obligation [due immediately], and [if not for] a specified term [decreed]. ([20] Taha : 129)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (ऐ रसूल) अगर तुम्हारे परवरदिगार की तरफ से पहले ही एक वायदा और अज़ाब का) एक वक्त मुअय्युन न होता तो (उनकी हरकतों से) फ़ौरन अज़ाब का आना लाज़मी बात थी